Indian Railways: इनोवेशन को सपोर्ट करने के लिए सालाना ₹50 करोड़ का निवेश करेगी रेलवे, स्टार्टअप्स को मिलेगा इतना फंड
Indian Railways: भारतीय रेलवे में इनोवेशन को सपोर्ट करने के लिए स्टार्टअप्स को 1.5 करोड़ रुपये तक की सहायता दी जाएगी. इसके लिए रेलवे सालाना 50 करोड़ रुपये का निवेश करेगी.
(Source: PTI)
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Indian Railways: भारतीय रेलवे स्टार्टअप्स और इनोवेशन को सपोर्ट करने के लिए सालाना 50 करोड़ रुपये से अधिक का निवेश करेगी. केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव (Ashwini Vaishnaw) ने बताया कि ऐसे ही एक और नियम के तहत इन इनोवेशन का बौद्धिक संपदा अधिकार (intellectual property rights) इनोवेटर के पास ही रहेगा. रेलवे ने बताया कि वह इनोवेशन पॉलिसी (Indian Railway Innovation Policy) के तहत स्टार्टअप्स में निवेश करेगी.
केंद्रीय मंत्री ने बताया कि रेलवे (Indian Railways) में इनोवेशन को बढ़ावा देने के लिए इन स्टार्टअप्स को 1.5 करोड़ रुपये तक की सीड मनी (Seed Money) भी दी जाएगी.
Encouraging & Empowering Startups!
— Ministry of Railways (@RailMinIndia) June 13, 2022
To harness technological & operational benefits offered by next-gen innovators, Indian Railways Innovation Policy aims at providing fund support upto Rs. 150 lakh.https://t.co/iGGFA6LrJu#StartupsForRailways pic.twitter.com/dKJuFlyy2a
रेलवे करेगी पूरा समर्थन
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उन्होंने बताया कि यह पॉलिसी सिर्फ आइडिया बनाने तक ही सीमित नहीं है. रेलवे (Indian Railways) इस आइडिया के प्रोडक्ट बनने तक हर पहलू में साथ रहेगी. इसमें आने वाले फंड की समस्या से लेकर प्रोडक्ट पूरा होने के बाद उसे अपनाने तक में रेलवे में मदद करेगी. यहां तक की प्रोडक्ट के बन जाने के बाद भी 2-3 साल तक इसे समर्थन मिलता रहेगा.
50 करोड़ रुपये से अधिक होगा बजट
रेल मंत्री ने इस पॉलिसी का शुभारंभ करते हुए बताया कि इसका वार्षिक बजट 40-50 करोड़ रुपये का होगा और मंडल रेल प्रबंधकों के लिए एक अतिरिक्त फंड भी होगा, ताकि वे ऑन-फील्ड समस्याओं का ऑन फील्ड समाधान ढूंढ सकें.
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50:50 होगी हिस्सेदारी
भारतीय रेलवे ने इस पॉलिसी में रेलवे और इनोवेटर के बीच समान अनुपात यानी 50:50 रेशियों में कॉस्ट शेयरिंग तय किया है. रेल मंत्री ने कहा कि अगर हम रेलवे में स्टार्टअप्स की सहायता लेते हैं, तो कई चुनौतियों का सामना किया जा सकता है. हमने आज इसके लिए एक स्टार्ट अप इंडिया (Startup India) के तहत एक इनोवेटिव पहल की शुरुआत की है.
उन्होंने कहा कि पूरी विकास यात्रा के दौरान रेलवे के फील्ड अधिकारी, आरडीएसओ, जोनल और रेलवे बोर्ड के अधिकारी इनोवेटर्स का लगातार समर्थन करेंगे और उनका साथ देंगे.
कैसे करेंगे अप्लाई
वैष्णव ने कहा कि इस पॉलिसी में खुली, पारदर्शी और निष्पक्ष प्रक्रिया के माध्यम से इनोवेटर्स का चयन किया जाएगा. जिसमें इनोवेटर अपने कॉन्सेप्ट को एक समर्पित पोर्टल, इंडियन रेलवे इनोवेशन पोर्टल, वेब एड्रेस www.Innovation.Indianrailways.Gov.In पर आवश्यक प्रमाण के साथ अपलोड कर सकेंगे.
इन सेक्टर्स में काम जारी
मई में, फील्ड इकाइयों को समस्या क्षेत्रों को उपलब्ध कराने के लिए कहा गया था। इसके जवाब में अब तक लगभग 160 समस्या विवरण प्राप्त हो चुके हैं. शुरुआत में, नई नवाचार नीति के माध्यम से निपटने के लिए 11 समस्याओं के बयानों की पहचान की गई है और वेबसाइट पर अपलोड किया गया है. इनमें टूटी हुई रेल डिटेक्शन सिस्टम, रेल स्ट्रेस मॉनिटरिंग सिस्टम, सटीक निरीक्षण के लिए ट्रैक निरीक्षण प्रौद्योगिकियां और भारी माल ढुलाई वैगनों के लिए बेहतर इलास्टोमेट्रिक पैड शामिल हैं.
10:01 PM IST